आजकल जब भी इलेक्ट्रिक कार की बात होती है, लोग सबसे पहले उसकी रेंज और चार्जिंग टाइम के बारे में सोचते हैं। यही वजह है कि Stellantis EV Battery डिज़ाइन की खबर हर EV प्रेमी के लिए रोमांचक है। यह नया इनोवेशन न सिर्फ बैटरी को ज्यादा स्मार्ट बनाता है बल्कि कार की परफॉर्मेंस और रेंज को भी काफी बढ़ा देता है।
Stellantis EV Battery और उसका नया बदला

ऑटोमोबाइल दिग्गज Stellantis, जो Dodge, Fiat, Jeep और कई बड़े ब्रांड्स की पैरेंट कंपनी है, ने Stellantis EV Battery के लिए एक बिल्कुल नई डिज़ाइन पेश की है। इसे IBIS यानी Intelligent Battery Integrated System कहा जाता है। इस डिज़ाइन की सबसे खास बात यह है कि इसमें अलग से चार्जर और इन्वर्टर की ज़रूरत ही नहीं है। बैटरी के हर मॉड्यूल को सॉफ्टवेयर और सर्किट्री के ज़रिए कंट्रोल किया जाता है, जिससे चार्जिंग और ड्राइविंग दोनों के दौरान ऊर्जा की बचत होती है।
Stellantis ने इस नई Stellantis EV Battery को Peugeot e-3008 SUV में टेस्ट किया है। यह कार यूरोप में लोकप्रिय है और STLA Medium प्लेटफॉर्म पर बनाई जाती है। टेस्ट रिज़ल्ट्स के मुताबिक, इस बैटरी ने ऊर्जा खपत को लगभग 10 प्रतिशत तक कम कर दिया, जिससे कार की रेंज 275 मील से बढ़कर 300 मील से भी ज्यादा हो गई। यह बदलाव इलेक्ट्रिक व्हीकल दुनिया में एक बड़ा माइलस्टोन माना जा रहा है।
क्यों है यह बैटरी डिज़ाइन खास
नई Stellantis EV Battery के कई फायदे हैं। सबसे पहले तो इसका वज़न लगभग 40 किलोग्राम कम है क्योंकि इसमें चार्जर और इन्वर्टर का अलग से हार्डवेयर नहीं रखा गया है। हल्की बैटरी का मतलब है कि कार को चलाने के लिए कम ऊर्जा की ज़रूरत पड़ेगी। इसके अलावा बैटरी से मोटर तक बिजली पहुंचाने के दौरान ऊर्जा का नुकसान भी अब कम हो गया है, जिससे कार ज्यादा एफिशिएंट हो जाती है।
इस डिज़ाइन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि चार्जिंग टाइम भी घट गया है। अब 7kW चार्जिंग स्टेशन पर कार को फुल चार्ज करने में 7 घंटे नहीं बल्कि सिर्फ 6 घंटे लगेंगे। यानी सुबह उठने से पहले ही आपकी गाड़ी चार्ज होकर तैयार होगी। यह खासियत Stellantis EV Battery को अन्य EV बैटरियों से अलग बनाती है।
भविष्य की दिशा और उम्मीदें

Stellantis EV Battery केवल एक तकनीकी बदलाव नहीं बल्कि EV इंडस्ट्री के भविष्य की झलक है। कंपनी का मानना है कि यह बैटरी 2030 से पहले प्रोडक्शन कारों में देखने को मिल सकती है। इसका मतलब आने वाले सालों में Jeep, Chrysler और Dodge जैसी कारें इस टेक्नोलॉजी के साथ लॉन्च हो सकती हैं।
यह नया इनोवेशन सिर्फ रेंज और चार्जिंग टाइम पर ही नहीं बल्कि कार के इंटीरियर डिज़ाइन पर भी असर डालेगा। चूंकि चार्जर और इन्वर्टर का हार्डवेयर हटा दिया गया है, इसलिए कार में ज्यादा जगह मिलेगी। हो सकता है कि आने वाले समय में कई Stellantis कारों में फ्रंट ट्रंक (Frunk) भी देखने को मिले। यह उन लोगों के लिए एक अच्छा सरप्राइज होगा जो अपनी कार में ज्यादा स्टोरेज स्पेस चाहते हैं।
Disclaimer: यह लेख उपलब्ध रिपोर्ट्स और Stellantis के बयानों पर आधारित है। कंपनी ने फिलहाल इस नई Stellantis EV Battery के प्रोडक्शन टाइमलाइन की आधिकारिक घोषणा नहीं की है। अंतिम जानकारी के लिए Stellantis की आधिकारिक वेबसाइट या प्रेस रिलीज़ का इंतजार करना सही रहेगा।
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