कभी-कभी इंसान की दीवानगी उसे कुछ ऐसा बनाने पर मजबूर कर देती है, जो दुनिया को हैरान कर दे। The Beast Rolls-Royce ऐसी ही एक कहानी है — एक ऐसी कार, जो सिर्फ मशीन नहीं बल्कि जुनून, पागलपन और इंजीनियरिंग का अद्भुत संगम है।
इतिहास से निकला ‘The Beast Rolls-Royce’

यह कार सिर्फ एक गाड़ी नहीं, बल्कि इतिहास का जिंदा हिस्सा है। The Beast Rolls-Royce को यूनाइटेड किंगडम के इंजीनियर जॉन डॉड ने 1972 में बनाया था। इसकी सबसे बड़ी खासियत है इसका 27-लीटर V-12 इंजन — वही इंजन जो कभी दूसरे विश्व युद्ध के समय स्पिटफायर फाइटर प्लेन में लगा था। सोचिए, एक कार जिसमें विमान का दिल धड़कता हो! यही वजह है कि इसे “The Beast” नाम दिया गया — एक असली दैत्य।
इस कार का इंजन इतना शक्तिशाली है कि यह उस दौर में 183 मील प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ी थी और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुई। Rolls-Royce ने इसके खिलाफ केस भी किया, क्योंकि जॉन डॉड ने अपनी कार पर Rolls-Royce की ग्रिल और लोगो लगाया था। लेकिन डॉड के लिए यह सिर्फ मज़ाक नहीं था, यह उनके सपने की पहचान थी — एक ऐसी Rolls-Royce जो दुनिया की किसी और कार से तेज़ और ज़्यादा दमदार हो।
The Beast Rolls-Royce – जुनून या पागलपन?
जॉन डॉड का कहना था कि उन्होंने यह कार सिर्फ मज़े के लिए बनाई थी। वो चाहते थे कि लोग कुछ ऐसा देखें जो असंभव लगे। और सच कहें तो The Beast Rolls-Royce बिल्कुल वैसी ही है — असंभव सी लगने वाली लेकिन हकीकत में मौजूद।
यह कार 1970 के दशक में इंग्लैंड की सड़कों पर दौड़ती थी, और जहां भी जाती, सबकी नज़रें उस पर टिक जातीं। इसका इंजन टैंक से लिया गया था, बॉडी फाइबरग्लास की थी और डिज़ाइन बेहद अनोखा। आज के दौर में भले ही सुपरकार्स आम बात हों, लेकिन तब के समय में यह एक “राक्षस” जैसी लगती थी, जो इंजीनियरिंग की हर हद तोड़ चुकी थी।
नई जिंदगी के साथ The Beast Rolls-Royce फिर तैयार
कुछ साल पहले The Beast Rolls-Royce को एक नए कलेक्टर ने खरीदा और इसका लुक फिर से रिफ्रेश किया। अब यह दो-टोन सिल्वर और ग्रे कलर में है, अंदर काले इंटीरियर के साथ और हेडरेस्ट पर “The Beast” उभरा हुआ है। यह बदलाव इसे और भी शानदार बनाते हैं, लेकिन इसकी आत्मा — वो पुराना दीवाना जुनून — अब भी ज़िंदा है।
इस महीने के आखिर में यह कार यूनाइटेड किंगडम के Historics Auctioneers म्यूज़ियम में नीलामी के लिए जा रही है। शायद इसे कोई ऐसा नया मालिक मिले जो इसकी ताकत, इतिहास और पागलपन को समझ सके। क्योंकि The Beast Rolls-Royce सिर्फ एक गाड़ी नहीं, यह एक इंसान के सपने और हिम्मत की निशानी है।
‘The Beast Rolls-Royce’ – एक जिंदा कहानी

यह कार आज भी हमें यह याद दिलाती है कि अगर इंसान किसी चीज़ को करने की ठान ले, तो वह असंभव को भी संभव बना देता है। The Beast Rolls-Royce उस जज़्बे की मिसाल है — जहां जुनून ने डर को हरा दिया, और कल्पना ने हकीकत का रूप ले लिया।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी ऐतिहासिक और सार्वजनिक स्रोतों पर आधारित है। इसका उद्देश्य केवल जानकारी और मनोरंजन प्रदान करना है।
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